भारत में इलेक्ट्रिक वाहन कुछ सालों में वृद्धि हुई हैं, कुछ सालों में लोगों की लोकप्रियता इलेक्ट्रिक वाहनों में काफी बढ़ती हुई दिख रही हैं। अब अनुमान लगाया गया हैं कि 2027 तक और लोकप्रियता बढ़ सकती हैं।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहन की बढ़ती हुई वृद्धि:
भारत में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चलन तेजी से बढ़ रहा हैं। जिससे हमारे पर्यावरण, ऊर्जा और आर्थिक विकास के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। हालही में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने आंकड़ों के मुताबिक इलेक्ट्रिक वाहनों की 29 दिसम्बर 2024 तक लगभग 19.40 लाख की बिक्री हुई है। जो कि पिछले साल 2023 में हुई बिक्री, 15 लाख से 26.5% की बढ़ोतरी हुई है। इलेक्ट्रिक वाहनों ने देश भर में अच्छी पकड़ बना रखी हैं, 2023 के 6.36% से बढ़कर 7.46% तक हो गई हैं।
इलेक्ट्रिक वाहनों में कम running cost और पर्यावरण प्रभाव:
इलेक्ट्रिक वाहन की running cost (परिचालन लागत) दूसरे वाहनों से कम होती हैं जिससे काफी बचत होती हैं। पर्यावरण में भी इलेक्ट्रिक वाहन शून्य टेलपाइप उत्सर्जन उत्पन्न करती हैं और greenhouse gas emissions (उत्सर्जन) में भी कमी आ जाती हैं। जिसकी वजह से वायु गुणवत्ता काफी ज्यादा सुधार होता हैं। भारत सरकार भी इलेक्ट्रिक वाहन को समर्थन करने में मदद कर रही हैं। इसलिए सरकार ने सब्सिडी, कर कटौती,infrastructure development की योजनाओं से इलेक्ट्रिक वाहनों को support कर रही हैं।
EV को लेकर चुनौती:
देश में बहुत सी जगह पर अभी charging stations की कमी है। जिसकी वजह से लम्बे समय की यात्रा में दिक्कत का सामना करना पड़ता हैं। अभी इलेक्ट्रिक वाहन की high initial cost (उच्च प्रारंभिक लागत) भी दूसरे वाहनों से ज्यादा है जो लोगों के लिए ज्यादा कीमत होने की वजह से कम लोग खरीदना चाहते हैं। देश में Electric Vehicles market 2027 में 40% तक बढ़ सकता हैं। जिससे प्रदूषण भी कम होगा और आर्थिक विकास में भी बहुत सहयोग देगा।
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